Sunday, 9 December 2018

अनजाने से अनजानों तक.....

Screenshot from my Chat History.......

हां, मुझे याद आता है अच्छे से, किसी न किसी दिन बताया था आपने,
Interest शुरू से ही मेरा ही था आपमें, ये एहसास दिलाया था आपने,
आपके number से ज़्यादा मुश्किल था, आपको message के बहाने ढूंढना,
बस थोड़े से ही पल में कुछ यूं, खुद को मेरे भीतर बसाया था आपने....
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Message की शुरआत मैंने की थी, तब आपने उसको ignore किया,
फिर खुद का intro लिखकर, आपको text मैंने once more किया,
7-8 messages के बाद कही, आपका Hi लिखकर reply आया था,
आपका reply देखकर खुशी में, मैंने 15-20 messages और किया...
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आपके हर dp पर comment किया, थोड़े से impression के लिए,
हर status का reply किया, बस थोड़ी देर conversation के लिए,
मुझे लगा था मेरी तारीफें आपको अच्छी लगती थी, पर मैं गलत था,
उतनी तारीफ तो कोई भी कर देता है, लोगों के consolation के लिए...
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फिर धीरे धीरे मेरे messages का, आपकी ओर से आने लगा reply,
तुम्हारे ही message का wait करती हूँ,- was your biggest lie,
जब आपको कोई काम नहीं होता था, आपका message आता था,
कब आपका message आ जाए इसलिए, हमेशा मैं रहता था online...
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आपने block भी किया, फिर phone करके unblock करना सीखा,
या तो इरादा था छुटकारा पाने का, या special feel कराने का तरीका,
मैं नासमझ फिर से message करने लगा, दुबारा उतनी ही खुशी से,
कुछ इस तरह कि reply में, आपका पागल हो तुम मुझे नहीं दिखा...
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एक सिलसिला चला कि charger बोर्ड में और phone हाथ में होता था,
बिना आपके Good Night और Sweet Dreams के मैं नही सोता था,
Light न हो तो brightness कम, और bettery saver को चालू करके,
कभी कभी data saver भी on करके, data और battery संजोता था...
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माँ पूछ देती है क्या बात है, मैं कोशिश करता हूँ जब काम में हाथ बटाने की,
वो पढ़ लेती है मेरी उदासी को बखूबी, जब कभी मैं सोचता हूँ मुस्कुराने की,
माँ पूछती है:- आजकल तेरी पढ़ाई phone पर क्यो नही हो रही है?
क्या कोई तरीका है शातिरों जैसा, माँ से अपनी उदासी और गम छुपाने की...
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पहले ignore करना, फिर reply फिर अपने मन से मुझको text करना,
पहले Hmmmm, फिर Okkkkk, फिर bye से see you next करना,
पहले reply भी नही आते थे, फिर message भी आने लगे आपके तो,
फिर delete for everyone, फिर गलती सुधार कर perfect करना...
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फिर से सब reverse करने में, आप ही ने तय किया है इस लंबे सफर को,
अब मेरे status बिना आपके seen के, पहुंच जाते है disappear को,
अपने मन से text तो दूर अब तो मेरे message का reply भी नही आता,
Busy लोगों से क्या बात करना- मैंने देखा नही था इस cover को...
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तुम busy रहने लगे हो- तो आपके message नही करने के बहाने हैं,
मैंने झूठ बोल दिया- हाँ, बहुत ज़्यादा*, सच से मुझे कौन सा नाम कमाने हैं,
ज़रा गौर करना मैंने आप को कही पर भी तुम नही लिखा है, गलती से भी,
क्योंकि आपकी नज़रों में तो, हम आज फिर से एक दूसरे से अनजाने हैं...
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Just words.
A chat to remember...........
For my social media profiles, click on them respectively:-

8 comments:

  1. Replies
    1. Thanks Lavkush Kumar. Do share, if you think it deserves, with all in your circle.

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  2. Wow..bro.. it's really very heart touching and amazing...

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    Replies
    1. Oh... If it touched you, I am glad. If it hurt you, I am sorry.
      Please do share among your circle.
      Thanks.

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  3. Really very very intresting and awesome bro

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    Replies
    1. Lot of thanks Mr. Unknown person. Your reviews really mean to me, improve my skill.

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